दिग्विजय-सिंघार विवाद अनुशासन समिति के पास, एंटनी करेंगे जांच

 



भोपाल . पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उमंग सिंघार का विवाद कांग्रेस की केंद्रीय अनुशासन समिति के पास पहुंच गया है। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस मामले की जांच अनुशासन समिति के अध्यक्ष एके एंटनी को सौंपी है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार को नई दिल्ली में कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच करीब अाधा घंटे मप्र के राजनीतिक घटनाक्रम, प्रदेश के नए अध्यक्ष और संगठनात्मक बदलाव को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान सोनिया ने सिंघार द्वारा दिग्विजय पर सार्वजनिक रूप से लगाए आरोपों पर नाराजगी जताई है।


 
नाथ ने मीडिया से चर्चा में बताया कि मेरी अभी सोनिया गांधी से मुलाकात हुई है। उनसे मेरी प्रदेश के बारे में राजनीतिक चर्चा हुई है। उन्होंने अनुशासनहीनता के जो मुद्दे सामने आ रहे हैं उन पर चिंता  जताई है और पूरा मामला अनुशासन समिति के अध्यक्ष एके एंटनी को सौंप दिया है। 


    


अंटोनी अब सबकी बात सुनकर अपना फैसला लेंगे। नाथ के इस संकेत से साफ है कि जल्दी ही अनुशासन समिति पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उमंग सिंघार से उनका पक्ष पूछेगी और इसके बाद निर्णय लेगी। अंटोनी अपनी रिपोर्ट पार्टी आलाकमान को सौंपेंगे। नाथ से जब यह पूछा गया कि क्या दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी तो उन्होंने इतना ही कहा कि यह मामला अब अनुशासन समिति देखेगी। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया।


इधर, अनुशासन का पाठ बेअसर : भोपाल में दिग्विजय द्वारा पढ़ाए जा रहा अनुशासन का पाठ बेअसर दिखा। हालांकि उन्होंने कहा था कि सभी को पोस्टर लगाने का अधिकार है। दिग्विजय समर्थकों ने पीसीसी के सामने पोस्टर लगाए हैं उसमें जो लिखा है उससे गुटबाजी साफ झलक रही है। यह पोस्टर योगेंद्र सिंह गुड्डू चौहान ने लगाया है जिसमें लिखा है कि उंगलिया छोटी पड़ गईं, नाखून इतने बड़ गए। कुछ जुगनुओं के काफिले, सूरज के पीछे पड़ गए।


सिंघार की बयानबाजी से सोनिया नाराज


दिग्विजय बोले- सरकार मेें मेरा कोई दखल नहीं : दिग्विजय सिंह ने इंदौर में कहा कि सरकार में मेरा कोई दखल नहीं है। प्रदेश में एक ही पावर सेंटर, वो हैं कमलनाथ। उमंग सिंघार द्वारा लगाए आरोपों पर उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि इस मामले में सोनिया और कमलनाथ तय करें। सिंह ने कहा कि भाजपा ने 15 साल सरकार नहीं चलाई सिर्फ व्यवसाय किया है, इसलिए पूरा तंत्र ही वैसा हो गया है। अब कमलनाथ सब कुछ ठीक कर रहे हैं।


ज्योतिरादित्य 10 को सोनिया से मिलेंगे : ज्योतिरादित्य सिंधिया 10 सितंबर को सोनिया से मुलाकात करेंगे। इसके बाद ही प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति का रास्ता साफ होगा। सूत्रों के अनुसार सिंधिया को प्रदेशाध्यक्ष की कमान सौंपी जा सकती है। वहीं, सोनिया ने 12 सितंबर को कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों, प्रदेशाध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की बैठक बुलाई है। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति हो सकती है। 


नए अध्यक्ष पर फैसला जल्द.... प्रदेश के नए अध्यक्ष को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने एक दिन पहले आलाकमान को जो रिपोर्ट सौंपी है, उसमें प्रदेश के राजनीतिक हालात, नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति और संगठनात्मक फेरबदल की बात कही गई है।